पीडीएफ़ पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट क्या होता है ?

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पीडीएफ फाइल परिचय :

हम यह पीडीएफ शब्द और इस प्रकारकी बहुत सारी फाइलों के संपर्क मे रोज आते है फिर भी, यह पीडीएफ़ क्या है और इसके के बारे मे हमे पता ही नहीं हो एसा हो सकता है क्या?    

पहले हम यह समजते है की यह पीडीएफ़ फाइल की हमें जरूरत क्यूँ पड़ी ? इस दुनिया मे डिजिटल क्रांति आने के बाद से बहुत सारे प्रकार के software से digital documents बना सकते है, MS Office की Excel, Word, PowerPoint जैसे Applications से लेकर CorelDraw जैसे अलग अलग सॉफ्टवेर आते है, जिसकी लिस्ट बाएंगे तो वह बहुत ही लंबी हो जाएगी।

हमें तकलीफ तब होती है जब हमने एक कम्प्युटर के सही प्रोग्राम मे बनाई हुई डिजिटल फाइल किसी दूसरे कम्प्युटर मे भेजना हो , जिसमे यह फाइल बनाने बाला प्रोग्राम सॉफ्टवेर न हो ! उदाहरण के रूप मे हम एक माइक्रोसॉफ़्ट वर्ड मे फाइल को बनाते है और उस फाइल को हम “Doc” format मे Save करते है। अब हम यह doc फाइल को किसी दूसरे इंसान को भेजते है उस इंसान के कम्प्युटर मे माइक्रोसॉफ़्ट वर्ड का प्रोग्राम नहीं होगा तो वह इंसान यह फ़ेल को पढ़ नहीं सकेगा।

इसका समाधान हमे देता है यह पीडीएफ़ (पोर्टेबल डॉकयुमेंट फॉर्मेट), Adobe कंपनी ने 1992 मे यह पीडीएफ़ फाइल फॉर्मेट को देवलोप किया। फिरभि दूसरी कंपनी वाले उसका उपयोग करते है।   इंटरनेट से फ्री मे मिलता पीडीएफ़ क्रिएटर प्रोग्रामकी मदद से हमारी वर्ड फाइल को पीडीएफ़ फॉर्मेट मे बादल देते है, उसके बाद यह पीडीएफ़ फाइल उसके हिसाब से पोर्टेबल डॉकयुमेंट मे बादल जाती है यानि की हम उसे किसी भी कम्प्युटर मे पढ़ सकते है। अगर उस कम्प्युटर मे माइक्रोसॉफ़्ट वर्ड ना होगा तब भी हम उसे पढ़ सकेंगे।

जैसे पीडीएफ़ फाइल को बनाने के लिए एक सही प्रोग्राम की जरूरत होती है, उसी तरह पीडीएफ़ फाइल को ओपेन करने के लिए पीडीएफ़ रीडर की जरूरत होगी। इंटरनेट से हम यह दोनों प्रकार के प्रोग्राम को बहुत ही आसानी से Download कर सकते है। 

पीडीएफ़ पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट क्या होता है ?

पीडीएफ (पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट) क्या है?

पीडीएफ पोर्टेबल दस्तावेज़ प्रारूप फाइलें हैं जिनमें टेक्स्ट, ग्राफिक्स, चित्र और अन्य सामग्री हो सकती है। वे आम तौर पर एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में दस्तावेज़ साझा करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। आप उन्हें Adobe Acrobat Reader का उपयोग करके खोल सकते हैं, लेकिन उन्हें ऑनलाइन भी देखा जा सकता है।

पीडीएफ़ फाइल को खोलने के लिए कोनसा सॉफ्टवेर चाहिए ?

पीडीएफ़ फाइल को ओपेन करने के लिए Adobe कंपनी ने अडोबे रीडर को बनाया जिसे हम फ्री मे इंटरनेट से website पर जाके डाउनलोड कर सकते है।

इसके अलावा अडोब रीडर के बिना भी हम पीडीएफ़ फाइल को खोल सकते है, माइक्रोसॉफ़्ट कंपनी ने विंडोज 10 मे edge browser बनाया है उसमे हम आसानी से पीडीएफ़ फाइल को खोल सकते है। Google Chrome, Firefox आदि ब्राउज़र को इस तरह से बनाया गया है की उसमे हम पीडीएफ़ फाइल को खोल कर देख सकते है।  

कम्प्युटर मे पीडीएफ फाइल कैसे बनाएं?

MS Office मे वर्ड या एक्सेल में आप अपने काम को एक पीडीएफ फाइल के रूप में सहेज सकते हैं।

यहां कुछ त्वरित निर्देश दिए गए हैं।

1. अपना एमएस ऑफिस एक्सेल या स्प्रेडशीट, वर्ड खोलें।

2. स्क्रीन के ऊपर दाईं ओर स्थित फ़ाइल मेनू पर क्लिक करें। “इस रूप में सहेजें” चुनें। अपने दस्तावेज़ के लिए एक नाम टाइप करें (जैसे “कैनबिस न्यूट्रीशनल गाइड”), उस स्थान का चयन करें जहाँ आप अपनी पीडीएफ फाइल (आमतौर पर मेरे दस्तावेज़) संग्रहीत करना चाहते हैं और सहेजें पर क्लिक करें।

3. आपका नया बनाया गया दस्तावेज़ अब आपके दस्तावेज़ों की सूची में दिखाई देना चाहिए। आपको पृष्ठ को ताज़ा करना पड़ सकता है या दस्तावेज़ को फिर से खोलना पड़ सकता है।

4. यदि आप इस दस्तावेज़ को बाद में संशोधित करना चाहते हैं, तो बस इस पर डबल-क्लिक करें। आप पाएंगे कि पिछली बार आपके द्वारा किए गए परिवर्तन सहेज लिए गए हैं।

आज के समय मे पीडीएफ़ से documents की हेराफेरी बहुत ही सरल हो गई है, आज स्कूल, कॉलेज और बिजनस की दुनिया मे ज़्यादातर बदलाव होने के कारण, अब पीडीएफ़ सिर्फ बनाना(क्रिएट) और पढ़ना(रीड) करने के इलावा, आपको पता भी नहीं की आपकी जरूरत से भी ज्यादा प्रकार से जरूरी बन सकता है।

पीडीएफ़ फाइल को एमएस वर्ड के डॉक फॉर्मेट की फाइल कैसे बनाएँगे ?

बहुत सारे लोगो के साथ एसा होता है शायद हुआ भी होगा, की उसने जो वर्ड फाइल doc बनाई होती है, उसे पीडीएफ़ के फॉर्मेट मे भी बना ली होगी, उसके बाद कुछ एस होता है की उसकी वर्ड फाइल doc डिलीट हो जाती है या कही missing हो जाती है, और उसके पास पीडीएफ़ की फाइल बच जाती है, तब उसे इंटरनेट के माध्यम से हम 1 मिनट के अंदर ही डॉक फाइल मे बदल सकते है। 

इंटरनेट मे आप गूगल सर्च इंजिन मे ढूँढने जाएंगे तो ढेर सारी websites हमे मिल जाएंगी, जिसकी सहायता से हम हमारी पीडीएफ़ फाइल को सिर्फ एक बार अपलोड करने के बाद कुछ ही सेकेंड्स मे हमे हमारी doc फाइल मिल जाएगी।

यहा पर इंटरनेट से मिलने वाली वर्ड doc फाइल वह फाइल नहीं होती है जो हमने delete या missing कर दी होती या जो हमने खुद बनाई होती है, हमारी असल फाइल रिकवर नहीं होती।

हम जो ऑनलाइन इंटरनेट से फाइल कन्वर्ट या बनाते है वह फाइल 100% सही नहीं होती उसमे थोड़ी या बहुत कुछ बदलाव भी हो जाते है, इस लिए जब भी आप ऑनलाइन पीडीएफ़ से डॉक फाइल मे कन्वर्ट करेंगे तब आप अपना डॉक फाइल एक बार जरूर पढ़ ले।  

पीडीएफ़ फाइल के दोष कौन कौनसे है?

  • पीडीएफ़ फाइल के अंदर हमे कुछ लिखना होगा या कुछ भी सुधार करना होगा तो हम उसमे सुधार नहीं कर पाएंगे। उसमे साधार करने के लिए जो सॉफ्टवेर आते है वह सभी महंगे होते हे।
  • पीडीएफ़ एडिटर सॉफ्टवेर महंगा होने के कारण ज्यादा लोग उसे खरीद नहीं सकते।
  • कोई भी पीडीएफ़ फाइल मे से हम टेक्स्ट को कॉपी करेंगे और उसे नोटपेड़ या वर्ड की फाइल मे पेस्ट करेंगे तब हमने जो भी कॉपी किया होगा वह टेक्स्ट आधा कॉपी होगा या नहीं होगा एसे उसमे थोड़ा छुट जाएगा, बराबर कॉपी नहीं होगा। इस लिए हम चाह कर भी उसे कॉपी नहीं कर सकते।

निष्कर्ष :

पीडीएफ़ का फूल फॉर्म पोर्टेबल डॉकयुमेंट फॉर्मेट(.pdf) है। पीडीएफ़ फाइल को खोलने या ओपेन करने के लिए हमे फ्री मे अडोब रीडर का सॉफ्टवेर मिल जाता है जिसके माध्यम से हम पीडीएफ़ को कहीं पर भी कम्प्युटर या मोबाइल पर भी पढ़ सकते है।

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